पाकिस्तान के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री फवाद हुसैन के ट्वीट का उत्तर देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया की पाकिस्तान कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन भारत की एकता के ऊपर हमला नहीं कर सकता और ना ही उसे तोड़ सकता है।
बात शुरू होती है कुछ दिन पहले से जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक समारोह में बोला की पाकिस्तान पिछले तीन युद्ध भारत से हार चुका है और भारत की सुरक्षा बलों को सिर्फ 1 हफ्ते से 10 दिन का समय लगेगा पड़ोसी देश पाकिस्तान को हराने में। यह बयान उन्होंने NCC रैली जो कि दिल्ली में हो रही थी मैं दीया। इसी के साथ उन्होंने पीओके 2016 सितंबर के उस ऑपरेशन की भी याद दिलाई जिसमें आतंकवादियों के कैंपों को सुरक्षाबलों ने निशाना बनाया था और पिछले फ़रवरी मैं हुए भारतीय एयर फोर्स द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में किए गए एयर स्ट्राइक की बात करना नहीं भूले। वह एयर स्ट्राइक कश्मीर में मारे गए 40 पैरामिलिट्री जवानों के बदले के रूप में भारतीय जवानों के द्वारा किया गया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पाकिस्तान के मंत्री को प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ किए गए ट्वीट के कारण आड़े हाथों लिया और कहा कि यह भारत का अंदरूनी मसला है।
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल जो केंद्र में राज कर रही बीजेपी सरकार पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ते उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के खिलाफ ट्वीट पर पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री फवाद हुसैन पर तीखा हमला किया।
फवाद हुसैन ने ट्वीट किया था की प्रधानमंत्री मोदी अपना संतुलन खो चुके हैं। इसी के साथ उन्होंने CAA और आर्टिकल 370 का भी जिक्र किया और लिखा की भारत के लोग 8 फरवरी को दिल्ली में हो रहे चुनाव में हराने जा रहे हैं और लिखा कि मोदी इस समय बहुत दबाव में हैं और अपना संतुलन खो चुके हैं कश्मीर के अंदरूनी और बाहरी मस्लो के बाद, नागरिकता कानून के बाद और भारत की गिरती हुई अर्थव्यवस्था के बाद।
इस ट्वीट के बाद अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री होने के साथ-साथ मेरे भी प्रधानमंत्री हैं दिल्ली का चुनाव भारत का अंदरूनी मामला है और आतंकवाद के सबसे बड़े देश को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए और ना ही हंसते से बर्दाश्त किया जाएगा जितनी कोशिश करनी है पाकिस्तान कर ले लेकिन हमारे भारत देश की एकता पर प्रहार नहीं कर पाएगा।
लेकिन कुछ भी हो आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में शब्दों का युद्ध चल रहा है, जिसका कारण 8 फरवरी को होने वाले दिल्ली के विधानसभा चुनाव हैं और उन वोटों की गिनती 11 फरवरी को की जाएगी जिसमें पता चलेगा की दिल्ली की गद्दी किसको मिलती है।
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