नागरिकता कानून CAA को लेकर पूरे देश में आग लगी हुई है। चाहे देश की राजधानी दिल्ली हो या उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ हर जगह हिंसक प्रदर्शनों ने आम जनता की नींद को उड़ा कर रख दिया है। एक ऐसा ही हिंसक बवाल कल दिल्ली के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में देखने को मिला। देखते ही देखते एक शांत प्रदर्शन कब हिंसक दंगों के रूप में बदल गया किसी को अंदाजा नहीं हुआ। CAA कानून को लेकर कल नॉर्थ दिल्ली के चांद बाग़, करावल नगर, और भजनपुरा के इलाकों में भारी हिंसा हुई जिसमें एक हेड कॉन्स्टेबल सहित 13 लोगों की मौत हो गई और 65 लोग घायल हो गए। इस हिंसा में दमकल कर्मचारियों के भी घायल होने की पुष्टि की गई है।
कल पूरे दिन दमकल अधिकारियों को आग की 100 से अधिक घटनाओं की कॉल मिली। भजनपुरा इलाके में लोगों ने पेट्रोल पंप में आग लगा दी जिसके बाद उसमें धमाका होने की आशंका पर लोग इधर-उधर भागते दिखाई दिए। एसपी, एसएसपी, एसएचओ समेत सभी बड़े अधिकारियों को चोटे आई और उनकी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सूत्रों की माने तो यमुना विहार, घोंडा, गोकुलपुरी और भजनपुरा के अलग-अलग इलाकों में रात भर छोटी-छोटी हिंसात्मक घटनाओं की खबर आती रही। रात भर गाड़ियों में आग लगाई जाती रही लेकिन जैसे ही पुलिस बल वहां पहुंचता भीड़ मौके से गायब हो जाती जिसके कारण भीड़ का और पुलिस का कहीं आमना-सामना नहीं हुआ। आज सुबह भी 8:00 बजे के करीब मौजपुर में आगजनी की और मारपीट की खबरें आई। वहां भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस जांच में जुटी है कि आखिर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कैसे एक हिंसात्मक बवाल में बदल गया।
कल पूरे दिन दमकल अधिकारियों को आग की 100 से अधिक घटनाओं की कॉल मिली। भजनपुरा इलाके में लोगों ने पेट्रोल पंप में आग लगा दी जिसके बाद उसमें धमाका होने की आशंका पर लोग इधर-उधर भागते दिखाई दिए। एसपी, एसएसपी, एसएचओ समेत सभी बड़े अधिकारियों को चोटे आई और उनकी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सूत्रों की माने तो यमुना विहार, घोंडा, गोकुलपुरी और भजनपुरा के अलग-अलग इलाकों में रात भर छोटी-छोटी हिंसात्मक घटनाओं की खबर आती रही। रात भर गाड़ियों में आग लगाई जाती रही लेकिन जैसे ही पुलिस बल वहां पहुंचता भीड़ मौके से गायब हो जाती जिसके कारण भीड़ का और पुलिस का कहीं आमना-सामना नहीं हुआ। आज सुबह भी 8:00 बजे के करीब मौजपुर में आगजनी की और मारपीट की खबरें आई। वहां भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस जांच में जुटी है कि आखिर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कैसे एक हिंसात्मक बवाल में बदल गया।
उत्तर पूर्व इलाकों में हिंसात्मक दंगों के चलते DMRC ने भी सुरक्षा को देखते हुए जोहरी एनक्लेव, मौजपुर, जाफराबाद और गोकुलपुर मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया है। इस समय पिंक लाइन मेट्रो का संचालन केवल मजलिस पार्क से वेलकम तक किया जा रहा है। जिसके कारण लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तर पूर्व के सभी इलाकों में इस समय भय का माहौल बसा हुआ है। सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने 4 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश के सभी बॉर्डर को सील कर दिया है। कल हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मृत्यु हुई थी जिनका आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। गृह मंत्रालय ने दिल्ली के दंगा पीड़ित क्षेत्रों में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए हैं।
दिल्ली सरकार ने कल उत्तर-पूर्वी इलाकों के सभी स्कूलों की छुट्टी कर दी है और सीबीएससी से अनुरोध किया है की वह कल होने वाली परीक्षा को रद्द कर दे।
No comments:
Post a Comment