आज भारत में जनता कर्फ्यू है।
शायद किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि भारत को इस तरीके के दिन भी देखने पड़ेंगे। भारत के कुछ राज्यों ने पूरी तरह से लॉक डाउन कर दिया है। जिसके कारण भारत के लोगों में डर बैठ गया है। सभी लोगों में अपने घर जाने की होड़ मची हुई है। चाहे वह बस स्टैंड हो या रेलवे स्टेशन सभी जगह यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इसी बीच संक्रमण फैलने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के सभी कदम और पूरी प्लानिंग फेल होती हुई दिख रही है। अब तो उम्मीद 22 मार्च के जनता कर्फ्यू से ही बची हुई है। पिछले 2 दिनों से पूरे भारत में हलचल मची हुई है। लंदन से लौटी कनिका कपूर को कोरोना संक्रमण का पता चलने के बाद भी वह पार्टियां और सोशल गैदरिंग्स में शामिल हुई। उन पार्टियों में कनिका कपूर के साथ-साथ बड़े-बड़े नेता जैसे वसुंधरा राजे, दुष्यंत राजे, यूपी के स्वास्थ्य मंत्री समेत बड़े-बड़े अधिकारी-अफसर शामिल थे। पार्टी के बाद अगले दिन दुष्यंत राजे राष्ट्रपति भवन भी गए और राष्ट्रपति से मुलाकात भी की। इसके अलावा उन्होंने संसद भवन में भी हाजिरी लगाई। तो आसानी से कहा जा सकता है किस सिर्फ कनिका कपूर के कारण हजारों लोगों में यह संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ गई है।
जैसा कि आप सब जानते हैं कि इस बीमारी का अब तक कोई इलाज नहीं बन पाया है। तो सिर्फ बचाव ही इसका एकमात्र सहारा बचा है। राजस्थान सरकार ने 31 मार्च तक टोटल लॉक डाउन करने का ऐलान कर दिया है। इसी के साथ काशी में भी कोरोना का मरीज मिलने के बाद पूरे गांव को लॉक डाउन कर दिया गया। भारत में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। 21 मार्च शाम 6:30 बजे तक आंकड़ा 334 का हो गया जिससे 4 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
शाम को प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर सभी लोगों से संयम वह सावधानी बरतने के लिए अपील की है और यह भी कहा है कि हमें इस बीमारी से मिलकर लड़ना है।
शायद किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि भारत को इस तरीके के दिन भी देखने पड़ेंगे। भारत के कुछ राज्यों ने पूरी तरह से लॉक डाउन कर दिया है। जिसके कारण भारत के लोगों में डर बैठ गया है। सभी लोगों में अपने घर जाने की होड़ मची हुई है। चाहे वह बस स्टैंड हो या रेलवे स्टेशन सभी जगह यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इसी बीच संक्रमण फैलने का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के सभी कदम और पूरी प्लानिंग फेल होती हुई दिख रही है। अब तो उम्मीद 22 मार्च के जनता कर्फ्यू से ही बची हुई है। पिछले 2 दिनों से पूरे भारत में हलचल मची हुई है। लंदन से लौटी कनिका कपूर को कोरोना संक्रमण का पता चलने के बाद भी वह पार्टियां और सोशल गैदरिंग्स में शामिल हुई। उन पार्टियों में कनिका कपूर के साथ-साथ बड़े-बड़े नेता जैसे वसुंधरा राजे, दुष्यंत राजे, यूपी के स्वास्थ्य मंत्री समेत बड़े-बड़े अधिकारी-अफसर शामिल थे। पार्टी के बाद अगले दिन दुष्यंत राजे राष्ट्रपति भवन भी गए और राष्ट्रपति से मुलाकात भी की। इसके अलावा उन्होंने संसद भवन में भी हाजिरी लगाई। तो आसानी से कहा जा सकता है किस सिर्फ कनिका कपूर के कारण हजारों लोगों में यह संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ गई है।
जैसा कि आप सब जानते हैं कि इस बीमारी का अब तक कोई इलाज नहीं बन पाया है। तो सिर्फ बचाव ही इसका एकमात्र सहारा बचा है। राजस्थान सरकार ने 31 मार्च तक टोटल लॉक डाउन करने का ऐलान कर दिया है। इसी के साथ काशी में भी कोरोना का मरीज मिलने के बाद पूरे गांव को लॉक डाउन कर दिया गया। भारत में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। 21 मार्च शाम 6:30 बजे तक आंकड़ा 334 का हो गया जिससे 4 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
शाम को प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर सभी लोगों से संयम वह सावधानी बरतने के लिए अपील की है और यह भी कहा है कि हमें इस बीमारी से मिलकर लड़ना है।
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