इस समय पूरे देश में कोरोना वायरस की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। और अब त्योहारों का समय भी शुरू हो रहा है। महाराष्ट्र अपने Ganpati Utsav गणपति उत्सव के लिए काफी प्रसिद्ध है। लेकिन इस बार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी कमेटी और मंडलों से यह प्रार्थना की है कि वह इस बार गणपति उत्सव हमेशा की तरह ना मनाएं क्योंकि गणपति उत्सव में लाखों लोगों के इकट्ठे होने की संभावना बनी रहती है। जिस कारण महाराष्ट्र में पैर पसार चुका कोरोना अपना भयावह रूप भी दिखा सकता है। इसी प्रार्थना के मद्देनजर सबसे प्रसिद्ध गणपति मंडल लालबाग गणपति मंडल ने फैसला लिया है कि वह इस बार ना तो गणपति की मूर्ति स्थापित करेंगे और ना ही विसर्जन होगा। सरकार की तरफ से छोटे गणपति की स्थापना की परमिशन दी गई है। लेकिन लालबाग में छोटे गणपति की स्थापना भी नहीं होगी क्योंकि लाल बाग के राजा Lalbaugcha raja को मन्नतओ का राजा भी कहा जाता है। छोटे गणपति की स्थापना पर भी लाखों लोगों की भीड़ उनके दर्शन के लिए जरूर आएगी। इसके मद्देनजर इस बार लालबाग का राजा महाराष्ट्र में स्थापित नहीं हो पाएगा।
लालबाग मंडल ने तय किया है इस बार गणपति स्थापना के स्थान पर आरोग्य उत्सव मनाएगा। जिसमें 10 दिनों तक Blood Donation Camp लगाया जाएगा जोकि Plasma Therapy में काफी मददगार होगा। इसी के साथ कोरोना के कारण जिन पुलिसकर्मियों की मौत हुई है उनके परिवार की सही तरीके से सहायता और सम्मान दिया जाएगा।
वास्तव में यह सच में ही एक अनोखी पहल है क्योंकि लालबाग का राजा अपने लोगों को स्वस्थ देखना चाहता है। यही उसके लिए असलियत में एक सच्ची श्रद्धा होगी।
लालबाग मंडल ने तय किया है इस बार गणपति स्थापना के स्थान पर आरोग्य उत्सव मनाएगा। जिसमें 10 दिनों तक Blood Donation Camp लगाया जाएगा जोकि Plasma Therapy में काफी मददगार होगा। इसी के साथ कोरोना के कारण जिन पुलिसकर्मियों की मौत हुई है उनके परिवार की सही तरीके से सहायता और सम्मान दिया जाएगा।
वास्तव में यह सच में ही एक अनोखी पहल है क्योंकि लालबाग का राजा अपने लोगों को स्वस्थ देखना चाहता है। यही उसके लिए असलियत में एक सच्ची श्रद्धा होगी।
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