आज 14 फरवरी है Valentines Day एक तरफ जहां सभी युवा वैलेंटाइन डे मना रहे हैं वहीं दूसरी ओर हमारे देश के बहादुर जवानों के घर वाले उस घटना को याद कर रहे हैं जिसमें उन्होंने अपने घर के चिराग को, अपने बेटे को, अपने पिता को या अपने पति को खोया था। 14 फरवरी 2019 को आतंकवादियों ने एक दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया था। उस दिन जब कपल वैलेंटाइन डे मना रहे थे वहीं दूसरी तरफ Pulwama में आतंकवादियों ने स्वर्ग जैसी धरती को खून से लाल कर दिया था। चारों तरफ से सिर्फ मौत का मंजर था। 14 फरवरी को पुलवामा में CRPF के काफिले पर एक बहुत बड़ा हमला किया गया था। जिसमें करीब हमारे 40 बहादुर सीआरपीएफ के जवानों को मौत की नींद सुला दिया गया था।
इस घटना के बाद पूरा देश शोक में डूबा हुआ था। आपको याद ही होगा की वहां से आई तस्वीरें दिल दहला देने वाली थी। तीन दशकों में यह सेना के ऊपर होने वाले हमलों में से सबसे बड़ा हमला था। जिसमें देश की आत्मा तक को घायल कर दिया था।
यह खुलासा हुआ कि जिस शख्स ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया उसकी उम्र सिर्फ 20 बरस थी और उसका नाम आदिल अहमद डार था। वह पाकिस्तान का निवासी था और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ था। इस पाकिस्तानी आतंकवादी ने एक गाड़ी में बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भरी हुई थी। जैसे ही सीआरपीएफ का काफिला वहां से गुजर रहा था, इस आतंकवादी ने विस्फोटक से भरी हुई गाड़ी सीआरपीएफ के काफिले के बीच घुसा दी। सीआरपीएफ की बस और गाड़ी में जैसे ही टक्कर हुई उसमें एक जोरदार धमाका हुआ। विस्फोटक की सामग्री इतनी थी कि कई किलोमीटर तक धमाके की आवाज सुनाई दी। गाड़ियों के शीशे टूट गए। जिस बस से यह विस्फोटक भरी गाड़ी टकराई उस बस के चिथड़े उड़ गए और उसमें बैठे सभी सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए।
घटना के बाद का आलम यह था कि जवानों के शरीर के हिस्से अलग-अलग पड़े थे। शवों को उठाया नहीं जा रहा था बल्कि उन्हें इकट्ठा किया जा रहा था। इस हमले के बाद पूरे देश का गुस्सा उबल रहा था और 12 दिन के अंदर अंदर भारत ने एक ऐसा कदम उठाया जिसकी कल्पना देश ने क्या, दुनिया में किसी ने नहीं की थी। भारत ने 26 फरवरी को सुबह पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकियों के ठिकानों को चिन्हित करके Air Strike कर दिया। जिसमें लगभग 300 आतंकवादियों की मौत हो गई। यह कदम बहुत ही अहम और कड़ा कदम था क्योंकि आज तक के इतिहास में भारत ने कभी भी किसी देश पर या उनकी ज़मीन पर जाकर ऐसे किसी ऑपरेशन को अंजाम नहीं दिया था। एयर स्ट्राइक से पहले फौजियों ने यह सुनिश्चित किया की एयर स्ट्राइक में किसी भी मासूम की जान नहीं जानी चाहिए और हुआ भी ठीक यही। इस हमले में सिर्फ आतंकवादियों की मृत्यु हुई। एक भी मासूम कि जान नहीं गई।
हम अपने देश के उन जवानों, को उनकी शहादत को, उनके उस जज्बे को कभी नहीं भुला सकते। लेकिन इस एयर स्ट्राइक ने देश में उबल रहे गुस्से पर थोड़ा मरहम लगाने का काम किया। और दुनिया को यह भी बता दिया कि भारत अगर अपनी रक्षा करना जानता है तो अपनी रक्षा करने के लिए दुश्मनों का खात्मा करना भी जानता है। किसी भी हालत में देश के दुश्मन को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह देश की धरती पर हो या किसी और धरती पर।
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Its Good to see this kind of post on this day.
ReplyDeleteGood Job buddy..!!! Jai Hind !!!